ये सोचना ग़लत है के’
तुम पर नज़र नहीं हैं हमारी,
मसरूफ़ हम बहुत हैं,
लेकिन इतने बे-ख़बर नहीं
हम आपके एक इशारे पर,
घर-बार छोड़ दें ?
हम आपके दीवाने हैं ज़रूर !
मगर इस क़दर नहीं ,
की अपनो को ही छोड़ दे।।
Place this code on every page across your site and Google will automatically show ads in all the best places for you
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें