जैसे गुलाब में पानी लगता रहे ना ,
तो वो खिला रहता है ,
सुन ना तू मेरे पास ही रहा कर
तेरे पास होनें से मुझे सुकून मिला करता है ।
जब ये सोचता हूँ कहाँ होगी ,कैसी होगी ,
ये सब सवाल दिल में आने लगते है ,
आपसे बात होने के बाद फोन जब रखूं ना ,
तो दूजे पल ही तेरे ख्याल सताने लगते है ।
आज कल में कुछ बोलूं भी ना तो ,
लोग मुस्कुराने लगते है ,
देखना तो दूर की बात है ,
लोग तेरा नाम लेकर कभी-कभी चिड़ाने लगते है ।
जब गलती से भी तेरी मिस कॉल आ जाती है ।
ना कभी खुद से भी ज्यादा उस पर प्यार आया है ,
दीवार पर लगी तस्वीर तेरी गिर गई मुझे तो तब सब्र आया की ,
जब पता लगा की तुझे बस बुखार आया है ।
देखो ना ,
में जागता रहा और आज ये रात सो गई ,
अपनी हँसी खुशी की बाते मेने तुझे बता दी।
और जब मेने अपनी दिल की बात बोलनी चाही ,
तो ना जाने अंधेरे में मेरी कलम कहा खो गई ।
By-रिंकू विराट
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