मुस्कान,
बड़ा ही अजीब होता हैं ,
मोहब्बत करने वालो का
हाल,
ना कभी मिलता है सुकून
और,
ना ही मिलता है करार,
उनके इंतजार में यूहीं ,
गुजर जाते है कई महीने,
और,
कहीं साल...
मुहं मोड़ कर वो रोए बहुत,
शायद,
उनकी कोई मजबूरी होगी,
जो दिल तोड़ कर रोए ,
मेरे सामने कर दिए ,
मेरी तस्वीर के टुकड़े ,
पता चला मेरे पीछे ,
उन्हें जोडक़र रोए...
चलो ये सब छोड़ो ,
पैगाम तो ये एक बहाना है,
बस आपको याद दिलाना है,
आप याद करे या ना करे ,
कोई बात नही...
लेकिन आपकी बहुत याद आती है,
बस आपको इतना ही बताना है...।।
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